
Steve Jackson's Sorcery!
An epic journey through a magical land

80 Days
The award winning adaptation of Verne's classic.

CA Pass The Real Story
By CA Mukesh Rajput
CA Pass The Real Story - Book
This is a real success journey of struggle students ..its written for students help in study and charity poor and needy students help...
CA Pass The Real Story - Book
About
the book……. The
present book ‘C.A. Pass: The Real Story’ is the author’s life story in which he
describes in a very interesting manner the ups and downs of his life’s journey
from zero to zenith. Through this book you will come to know how a small boy,
who, sick of the constant fights between his parents, runs away from home and
has to work in a canteen or in a hotel in order to put food in his belly and
survive. How he refused to give up and despite these many trials and hardships
he realized his dream all because he continued to persevere and is today a
successful C.A. Via this honest auto – biography the author wants to say that
you don’t have to be exceptionally talented to succeed; sincerity and hard work
make everything possible. People with average potential can also polish and
refine themselves to reach their desired goal. It is only after reading the
book that one realizes the true meaning of ‘Try Again’. This book tells us that
failures are only repetition of mistakes and so rather than getting demoralized
by them and quitting we must try to identify and remove them. This book is not
written to sermonize instead it is a true account of the actual experiences of
the author’s life and inspires us not to be defeated by such challenges of life
but to face them all the while telling us of the ways to do it. All in all it
is a practical handbook which gives us courage, teaches us and also entertains.
About
the author…….Mukesh
Singh Rajput is a C.A. by profession. This is his first and probably the last
book. It is so because he refuses to regard himself as a professional writer.
Had the thought of motivating others by telling them about his unbelievably
hard life not rankled his conscience he probably would have never put his pen
on paper to write this book. The tribulations of his life before he became a
C.A. can be imagined when we realize that he has completed all his studies
after 5th as a private candidate; spent his entire childhood away from home –
family working in hotels and shops. But the flame of become something in life
kept burning bright in him so picked up the lost threads of studies once again
and rested only after he had obtained the professional degree of C.A. in 2010.
Presently he is a practicing C.A. in Bhopal.
किताब के बारे में............
प्रस्तुत पुस्तक ‘सीए पास द रियल स्टोरी’ लेखक का
आत्म-कथानक है, जिसमे उन्होंने अपनी फर्श से अर्श तक पहुचने की उतार – चढ़ावों भरी
जीवन – यात्रा का बहुत ही रोचक अंदाज में वर्णन किया है | इस पुस्तक के माध्यम से
आप जानेंगे की किस प्रकार माता - पिता के झगड़ो से तंग आकर घर से दूर हुए एक छोटे
से बच्चे ने, जिसे अपने आप को जिन्दा रखने के लिए कभी किसी कैंटीन में तो कभी किसी
होटल में काम करना पड़ा, केसे उसने इतनी साडी दुस्वरिया झेलते हुए भी कुछ बन्ने की अटूट
चाहत और अथक परिश्रम के बल पर अपने सपने को साकार कर दिखया और एक सफल सीए बन गया |
इस इमानदार आत्म – कथानक के माध्यम से लेखक ने बताया की बड़ी सफलता पाने के लिए
असाधारण प्रतिभा का होना आवश्यक नहीं है, लगन और मेहनत से सबकुछ संभव किया जा सकता
है; औसत बुद्धि वाले लोग भी अपने आपको तराशते हुए मनचाहा मुकाम पा सकते है |
प्रस्तुत पुस्तक बताती है की असफलताए वास्तव में गलतियों का दोहराव मात्र होती है
और इसीलिए उनसे हारकर बैठ जाने की वजाय हमे अपनी गलतियों को जानकर उन्हें दूर करने
का प्रयास करना चाहिए | यह कोई उप्देश्त्मक किताब नहीं है बल्कि यह तो लेखक के जीवन
में घटी प्रत्यछ घटनाओ का सच्चा ब्यौरा है जो न केवल हमे परस्थिथियो से हरने की वजाय
उनसे झूझने की प्रेरणा देता है, बल्कि वे तरीके भी बताता है जिनके माध्यम से ऐसा
किया जा सकता है | कुल मिलकर यह एक प्रैक्टिकल हैण्ड बुक है जो, हौसला भी देती है,
सिखाती भी है और मनोरंजन भी करती है |
इस बुक के माध्यम से लेखक ने बताया है, मेमोरी को
तेज़ केसे किया जा सकता है, पढाई का सही तरीका क्या होता है, परीक्षा में अच्छे अंक
केसे लाये, एग्जाम को पास करने के लिए हमे क्या याद रखना चाहिए, पढाई का टाइम टेबल
और बहुत सारी स्टडी टेक्निक्स भी दी गयी है, जिन्हें स्टूडेंट्स जानकर एक सफल
प्रोफेशनल बन सकते है |
यदपि किसी सीए के द्रुआरा इस तरह की ये पहली किताब
है...में सभी स्टूडेंट्स को इसे पढने और इसमें बताई गयी तकनीको को पालन करने के
लिए कहूँगा, ये किताब पेरेंट्स को भी पढनी चाहिए |
लेखक के बारे..........
मुकेश सिंह राजपूत पेशे से सीए है | यह उनकी पहली
और संभवत: आखरी किताब है ऐसा इसीलिए क्योकि वे खुद को पेशेवर लेखक नहीं मानते है |
अगर अपने अविश्वानिय रूप से संघर्षपूर्ण जीवन दूसरो के लिए प्रेरणा का माध्यम
बनाने की चाहत न होतो तो वे कभी भी किताब लिखने के बारे में नहीं सौचते | सीए बनने
से पहले का इनका पूरा सफ़र कठिनायो भरा रहा है, पांचवी क्लास के बाद इनकी पूरी पढाई
छूट चुकी थी, इनका पूरा बचपन होटल, रेस्टारेंट और ढाबो में काम करते हुए बीता
लेकिन मन में कुछ बनने की धुन थी तो पांचवी के बाद छूटी पढाई पुन; शुरु कि सीधे
10-वी कक्षा का प्राइवेट फार्म भरा उसमे भी उन्हें तीन बार लगातार असफलताए मिली,
किन्तु वे हार नहीं मने और अंत; उन्होंने चौथी बार में 10-वी कक्षा पास की – और
फिर उन्होंने अपना सीए बनने का सफ़र चालू किया, उसमे भी उन्हें IPCC की प्रथम ग्रुप
में लगातार 6 वार असफलताए मिली किन्तु वे फिर भी हार नहीं मने और लगातार प्रयास
करते हुए वे चार्टर्ड एकाउंटेंट्स बने, वर्तमान में भोपाल म.प्र. में प्रैक्टिस
करते है |
प्रेस नोट
सम्मानीय
पत्रकार
दिनांक 16-07-17 को ईस्ट पार्क होटल में सीए स्टूडेंट्स के
लिए मोटीवेसन सेमिनार ICAI CICASA द्रारा रखा गया जिसमे स्पीकर के रूप में सीए मुकेश सिंह राजपूत को बुलाया गया
मुकेश सिंह राजपूत पेशे से
सीए है | इन्होने
एक किताब लिखी सीए पास द रियल स्टोरी, जिसमे बताया है अगर
अपने अविश्वानिय रूप से संघर्षपूर्ण जीवन दूसरो के लिए प्रेरणा का माध्यम बनाने की
चाहत न होतो तो वे कभी भी किताब लिखने के बारे में नहीं सौचते | सीए बनने से पहले का इनका पूरा सफ़र कठिनायो भरा रहा है, पांचवी क्लास के बाद इनकी पूरी पढाई छूट चुकी थी, इनका
पूरा बचपन होटल, रेस्टारेंट और ढाबो में काम करते हुए बीता
लेकिन मन में कुछ बनने की धुन थी तो पांचवी के बाद छूटी पढाई पुन; शुरु कि सीधे 10-वी कक्षा का प्राइवेट फार्म भरा
उसमे भी उन्हें तीन बार लगातार असफलताए मिली, किन्तु वे हार
नहीं मने और अंत; उन्होंने चौथी बार में 10-वी कक्षा पास की – और फिर उन्होंने अपना सीए बनने का
सफ़र चालू किया, उसमे भी उन्हें IPCC की
प्रथम ग्रुप में लगातार 6 वार असफलताए मिली किन्तु वे फिर भी
हार नहीं मने और लगातार प्रयास करते हुए वे चार्टर्ड एकाउंटेंट्स बने, वर्तमान में भोपाल म.प्र. में प्रैक्टिस करते है |
सेमिनार में बताया की केसे एग्जाम
को पास कर सकते
है परिक्षये कोई भी म्हणत और लगातार अध्ययन से पास की जाती है - और सबसे बड़ी बात
ये है की हर एग्जाम को पास करने के लिए इरादा चाहिए यदि आपमें इरादा हो तो आप हर
मंजिल को पा सकते है |
सीए मुकेश आगे
कहते है एग्जाम कोई भी हो आपको मेमोरी को तेज करना होगा इसके लिए योगा बताया -
भ्रामरी को करके आप मेमोरी को इनक्रीस कर सकते हो - साथ ही पढाई करने के तरीके को
भी बताया |
अगर आपको सफल
होना है तो काबलियत भी चाहिए और इरादा भी ..परन्तु इरादा थोडा ज्यादा महत्वपूर्ण
है काबलियत से ..इरादे की ताकत को जाने और सफल हो
सीए मुकेश
राजपूत